कड़जा माइनर में दशकों से पानी नहीं छोड़े जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के नेतृत्व में किया प्रदर्शन
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जहां एक तरफ बरसात नहीं होने से धान की फसल सूखने के कगार पर है तो वहीं नहर में 30 वर्ष बाद भी पानी नहीं होना किसानों की नाराज़गी का कारण बना हुआ है।
कुछ दिन पहले छोड़ा गया था पानी, फिर बन्द कर दिया गया
संतकबीरनगर। कड़जा, गरथौली व दुधारा माइनर में पानी नहीं आने से आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनीस अहमद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इस दौरान काफ़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

मदारपुर, धुसरा, लौकी लाला, गरथौली, पिपरा हंकार कड़जा, मिश्रौलिया, मगुआं, मूडाडीहा बेग सहित एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कड़जा माइनर नहर का करोड़ों रूपये खर्च कर वर्ष 1995 में निर्माण कराया गया था। तीस वर्ष बाद भी ज़िम्मेदारों की लापरवाही के कारण नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। जिससे नाराज ग्रामीण अब्दुल क़य्यूम, इल्ताफुर्रहमान, मुहम्मद असजद, नजीर अहमद, मुहम्मद इलियास हकीमुल्लाह, अब्दुल्लाह, अफरोज, कमरूद्दीन, मुहम्मद इसरार, जितेंद्र यादव, अज़ीज़ुर्रहमान, अफजालुर्रहमान, बनारसी गौड़ आदि
ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनीस अहमद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।
इस दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनीस अहमद ने बताया कि कुछ दिन पहले नहर में पानी छोड़ा गया था लेकिन फिर से पानी बन्द कर दिया गया जिससे सैकड़ों बीघा धान की फसल बर्बाद होने के कगार पर है। कई बार शिकायत के बाद भी पानी नहीं छोड़ा गया।
ग्रामीणों ने शासन- प्रशासन से उत्पन्न समस्या के समाधान की मांग किये हैं।

