नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि के भागीरथी प्रयास से द्वाबा को मिलेगी विशेष पहचान*
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*कच्ची शराब और जरायम के लिए बदनाम जनपद के दक्षिणांचल मे मानसिंह बाग की धरती पर 3 दिन विभिन्न क्षेत्रों के कलाकार दिखाएंगे अपने कला का जौहर*
*नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि के नेतृत्व में कार्यक्रम की तैयारियां तेज,जिम्मेदारों ने झोंकी ताकत, कार्यक्रम की सफलता के लिए युद्ध स्तर पर जुटा आयोजक मंडल*
धनघटा संत कबीर नगर मैं चमक रहा हूं सूरज की तरह तो लोग हैरान क्यों है? मेरे कामयाबी से लोग इतना परेशान क्यों है,हर रात टकराया हूं एक नई मुसीबत से,किसी ने नहीं पूछा यह जख्मों के निशान क्यों हैं| किसी गुमनाम शायर की चंद पंक्तियां नगर पंचायत हैंसर धनघटा प्रतिनिधि व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नीलमणि के ऊपर सटीक बैठ रही हैं| जिन्होंने अपने प्रयास से 13 महीने में जहां नगर पंचायत क्षेत्र के विकास में ऐतिहासिक कार्य किया| वही उनके संघर्षों के बदौलत नगर पंचायत वासियों को ही नहीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को भी एक के बाद एक उपलब्धियां तोहफे के तौर पर मिल रही हैं |
ज्ञात हो जनपद के दक्षिणांचल में जनपद की आबादी का एक अहम हिस्सा प्राकृतिक आपदाओं से जूझता आ रहा है| बाढ़ सूखा और आगजनी की घटनाओं से हो रहे आर्थिक नुकसान की वजह से इस क्षेत्र के युवा शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह जाते थे| जिसकी वजह से क्षेत्र के युवाओं का झुकाव जरायम की चकाचौध दुनिया की तरफ होने लगा धनघटा थाना क्षेत्र की भौगोलिक पृष्ठभूमि और कई जनपदों की सीमाएं के बीच द्वाबा क्षेत्र में सरजू की तलहटी के बीच पगडंडी मार्ग और झुरमुटों का समूह कच्ची कारोबारी के लिए मुफीद ठिकाना होने लगा| शराब के इस गैर कानूनी धंधे में अवैध असलहो की खरीद फरोख्त भी आम हो गई यही कारण रहा कि यह क्षेत्र कभी अमरजीत गैंग तो कभी रमल मल्लाह के आतंक से थर्राने पर मजबूर हुआ|कच्ची शराब और जरायम की दुनिया से कलंकित यह क्षेत्र पर राजनीत मे अहम भूमिका निभाने वाले चुनावी दावे भी खूब किए गए| लेकिन क्षेत्र के विकास में किसी जनप्रतिनिधि ने अपनी भूमिका नहीं निभाई.जिसका परिणाम रहा की यह क्षेत्र आज भी जनपद के पिछले क्षेत्र में गिना जाता है. और जनपद के संवेदनशील थानो में आज भी धनघटा थाने की गिनती होती है कहा जाता है कि समय परिवर्तन होता है 13 महीने पूर्व जब नगर पंचायत का सृजन हुआ तो यहां चुनावी तापमान गर्म हो गया| प्रतिकूल परिस्थितियों में चुनाव जीतने के बाद हैसर की जनता को यह लगने लगा कि 5 साल विकास नहीं होगा क्योंकि नगर पंचायत ने जीत का सहारा जिस व्यक्ति के सर पर बधा था उसे व्यक्ति पर बाहरी का आरोप था. लेकिन लोगों के उम्मीद पर तब पानी फिर गया जब नगर पंचायत अध्यक्ष पद में नीलमणि ने नगर पंचायत के विकास के लिए दिन-रात एक कर दिया |सबसे पहले उन्होंने नगर पंचायत में विकास कार्यों के बदले वसूली पर रोक लगाया तो बरसों से खतौनी के लिए परेशान तीन गांव के लोगों को खतौनी की सुविधा प्रदान करने के लिए संघर्ष किया| 12 महीने के तमाम उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार उन्होंने धनघटा क्षेत्र की पहचान को बेहतर मुकाम दिलाने के लिए अपने प्रयास से द्वाबा महोत्सव का प्रयास किया इसके बाद उनकी मेहनत रंग लाई और आगामी 15, 16,17 नवंबर को धनघटा तहसील क्षेत्र के मानसिंह बाग में तीन दिवसीय कार्यक्रम को लगभग हरी झंडी लगभग मिल चुकी है नगर पंचायत अध्यक्ष के इस प्रयास से गुमनामी और गर्दिश के दौर में जी रहा धनघटा क्षेत्र के लोगो को एक नई संजीवनी मिली क्षेत्र के गढ़ मान्य लोग इस महोत्सव को इस क्षेत्र का गौरव बताते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष के प्रयासों की सराहना करते नहीं थक रहे. हैं वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष नीलमणि ने बताया कि मैं कोई बेहतर कार्य नहीं किया हु जो आशीर्वाद यहां की जनता ने दिया था मैं उसका ब्याज लौटने का एक छोटा सा प्रयास कर रहा हूं.

