जनपद में सशस्त्र सेना झंडा दिवस का हुआ भव्य आयोजन
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डीएम व एसपी को प्रतीक झंडा लगाकर किया गया गौरवान्वित
डीएम व एसपी द्वारा सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर ‘स्मारिका 2025’ का किया गया विमोचन
रूपए 3.5 करोड़ की लागत से बन रहा सैनिक कल्याण भवन जल्द होगा समर्पित; कर्नल मिश्र ने याद दिलाई जिले की शौर्य गाथा।

संत कबीर नगर दिनांक 06 दिसंबर, 2025 (सूचना विभाग) जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, संत कबीर नगर द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में ‘सशस्त्र सेना झंडा दिवस’ का गरिमामयी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 11:00 बजे जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी, कर्नल राम प्रकाश मिश्र (अ0प्रा0) और पूर्व सैनिकों द्वारा जिलाधिकारी आलोक कुमार एवं पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना को प्रतीक झंडा लगाकर किया गया।
जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर ‘स्मारिका 2025’ का विमोचन किया गया।

कर्नल राम प्रकाश मिश्र ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिवस 1949 से 7 दिसंबर को उन वीरों के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने देश की अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने बताया कि सेना को युवा बनाए रखने के लिए हमारे सैनिकों को 35 से 40 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होना पड़ता है, ऐसे में उनके और उनके आश्रितों के पुनर्वास की जिम्मेदारी हम सभी नागरिकों की है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक), कोषाधिकारी तथा जनपद के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी प्रतीक झंडा लगाया गया।
संत कबीर नगर की शौर्य गाथा को दोहराते हुए कर्नल मिश्र ने जिले के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संत कबीर नगर के वीरों के पास एक वीर चक्र (मरणोपरांत), एक वायु सेना मेडल, तीन सेना मेडल और एक मेंशन-इन-डिसपैच जैसे सम्मान हैं। 1971 के युद्ध में डेरा बाबा नानक की लड़ाई में अदम्य साहस दिखाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए सिपाही सत्यवान सिंह की वीरता और जिले में मौजूद 4 द्वितीय विश्व युद्ध की विधवाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने सभी की आँखें नम कर दीं।
सैनिक कल्याण की दिशा में नई पहल के संबंध में प्रेस को जानकारी देते हुए बताया गया कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में पूर्व सैनिकों के लिए 3.5 करोड़ रुपये की लागत से एक नया सैनिक कल्याण भवन लगभग तैयार है, जो सभी सुविधाएं एक छत के नीचे प्रदान करेगा। साथ ही,
जिलाधिकारी आलोक कुमार के नेतृत्व में मासिक ‘सैनिक बंधु’ बैठकों के माध्यम से पूर्व सैनिकों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने आम जनमानस से अपील की कि वे शहीदों के परिवारों और दिव्यांग सैनिकों की मदद हेतु ‘सशस्त्र सेना झंडा फण्ड’ में उदारतापूर्वक योगदान दें। सहायता हेतु मो० नं० 7839553268 या ईमेल zsask-up@nic.in पर संपर्क किया जा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की पंक्तियों— “जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं। वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं” —के साथ सैनिकों को नमन किया गया।
इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक चन्द्रभान भारती, मुक्तिनाथ चौधरी, रमाकान्त, अभिषेक कुमार, राम जनम यादव एवं इष्टदेव यादव सहित गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित रहे।

