मजदूर की अहमदाबाद में मौत घर पर मचा कोहराम 5 माह पहले घर से गया था कमाने
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नाथनगर, संतकबीरनगर । महुली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलराई निवासी एक मजदूर की गुजरात राज्य के राजधानी अहमदाबाद में बुधवार की सुबह 5:00 के लगभग मौत हो गई घटना की सूचना पर गांव में सन्नाटा पसर गया तथा परिजनों का रो-रो करके बुरा हाल है
मालूम हो कि महुली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलराई निवासी लालजी शर्मा45 वर्ष बच्चों के जीव कोपार्जन के लिए गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में मजदूरी का काम करता था मंगलवार को वह ड्यूटी पर था परिजनों के अनुसार उसकी तबीयत खराब हो गई बड़े भाई को जानकारी होने पर वह उसके पास पहुंचे और उसे कमरे पर ले आए और एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराया बताया जाता है कि रात में उसकी तबीयत बिगड़ती गई और सुबह होते ही उसकी मौत हो गई बड़े भाई माल जी शर्मा ने सुबह 6:00 के लगभग मृतक के पत्नी रीना देवी को जरिए मोबाइल इसकी सूचना दी पति की मौत की सूचना मिलते ही वह जोर-जोर से रोने लगी और कुछ ही देर बाद में जमीन पर बेहोश हो गई रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग उसके घर इकट्ठा हो गए और मौत के मामले में हाल जाना घटना की सूचना पर ग्राम प्रधान गिरीश चंद चौधरी भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों को संतावना दी
मृतक लाल जी शर्मा के चार नाबालिक बच्चे हैं जिसमें कुमारी छोटी 16 वर्ष निखिल कुमार 15 वर्ष सलोनी 13 वर्ष निलेश 10 वर्ष का है अब उसके घर में कमा कर खिलाने वाला कोई नहीं है परिजनों ने बताया कि वह काफी गरीब है अहमदाबाद में बढ़ई गिरी में मजदूरी का काम करता था उसी के सहारे पूरा परिवार निर्भर था अब परिजनों पर पहाड़ टूट पड़ा है घटना के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है घटना की खबर सुनकर आसपास वह नाते रिश्तेदारी के लोग पहुंच रहे हैं
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बेटी के शादी के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा था मृतक लालजी
संतकबीरनगर । महुली थाना क्षेत्र के ग्राम बेलराई निवासी मजदूर लाल जी कि गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में बुधवार की सुबह हुई मौत के बाद जहां उसके चार मासूमों के सर से बाप का साया उठ गया वही बेटी कुमारी छोटी के शादी का सपना अधूरा रह गया वह अपने बेटी की शादी के लिए पांच माह पहले पैसा कमाने गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में गया था वह फोन करके घर बताया था कि बेटी की शादी के लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रहा है क्योंकि घर पर इतनी खेती नहीं है कि उसे वह कुछ कर सकता है मृतक बच्चों से कह कर गया था कि वह अगली दीपावली में घर आकर दीपावली धूमधाम से मनाएगा तथा बेटी के शादी के लिए भी कहीं बात करके उसे निपटा दिया जाएगा लेकिन उसके सारे सपने अधूरे रह गए यही सोच कर पत्नी रीना देवी का रो-रो करके बुरा हाल है गांव के लोग के समझाने बुझाने पर वह थोड़ी-थोड़ी देर में बेहोश हो जा रही है पत्नी ने रोते हुए कहा कि अब पूरे जिंदगी में वह अपने पति का मुंह नहीं देख पाएगी क्योंकि उनका शव घर पर लाने में काफी पैसे खर्च होंगे जो उसके लिए संभव नही है घटना के बाद से उसके मासूम बच्चे छोटी निखिल सलोनी निकेश के समझ में नहीं आ रहा है कि अब उनका क्या होगा उनकी पढ़ाई लिखाई घर का कैसे चलेगा खर्च ।

