हरिशंकरी वृक्षारोपण के लाभ व महत्व के बारे में प्रधानों को दी गयी जानकारी
सांथा व बेलहरकला ब्लॉक में बैठक के माध्यम से दी गई जानकारी
बेलहर , संतकबीरनगर:
वृक्ष है धरती का श्रृंगार लेकिन विकास के नाम पर वृक्षो की अंधाधुंध कटान ने अब सरकार को जागरूक किया है। जिसके लिए सरकार लगातार धरती के श्रृंगार को पुनः स्थापित करने के लिए प्रयास कर रही है। जिसके लिए सरकार वृक्षारोपण अभियान चला रही है। इसी तरह से कुछ विशेष पौधों के रोपण के लिए सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को जागरूक कर रही है।
इसी कड़ी में बुधवार को सांथा ब्लॉक व बेलहरकला के सभागार में ग्राम प्रधान, सामाजिक संगठन सहित अनेकों उपस्थित लोगों को हरिशंकरी वृक्षारोपण को लेकर जागरूक किया गया।
बुधवार को बेलहरकला ब्लॉक के सभागार में एडीओ पंचायत पंकज सिंह की अगुवाई में हरिशंकरी वृक्षारोपण को लेकर ग्राम प्रधानो संग बैठक किया गया।
इस दौरान एडीओ पंचायत पंकज सिंह ने कहा कि हरिशंकरी वृक्षारोपण एक प्रकार का विशेष वृक्षारोपण है। जिसमे तीन विशेष पौधे को एक साथ लगाया जाता है। जिसमे पीपल बरगद पाकड़ के पौधे का रोपण पूरे मंत्रोच्चार के साथ किया जाता है। हिन्दू धर्म शास्त्र में यह बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है। इस तरह से अनेको बातों को कहा गया। खंड शिक्षा अधिकारी ओपी सिंह ,एडीओ पंचायत पंकज सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी देवेश गोस्वामी, अनिल चौधरी, श्रवण कुमार पासवान, सौरभ चौधरी, राजेश कुमार कुशवाहा, सुशील सिंह,आदि लोग उपस्थित रहे।
सांथा ब्लॉक सभागार में ब्लॉक प्रमुख अरविंद जायसवाल के द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में क्षेत्रीय वन अधिकारी मनीष कुमार ने हरिशंकरी वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए कहा कि हरिशंकरी वृक्षारोपण होने से पर्यावरण बेहतर होता है
चिकित्सा गुणों वाले पौधों को बढ़ावा मिलता है। भूमि को उपजाऊ बनाने में मदद करता है। साथ ही वातावरण को शुद्ध करने में मदद करता है। इस तरह से अनेको लाभो को बताया गया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख अरविंद जायसवाल ने कहा कि हरिशंकरी वृक्षारोपण करना हमारे समाज की एक पारंपरिक और सांस्कृतिक अभ्यास है। जो प्राचीन काल से होती आ रही है। जो न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह एक पवित्र और शुभ प्रथा भी है।
प्रधान संघ अध्यक्ष रणवीर पाण्डेय, वृजनन्दन पाठक, उप कृषि निदेशक राकेश सिंह, ए पी ओ अजीत सिह, बीडीओ राजेश श्रीवास्तव, शिवा जी शुक्ला, अजीत सिह, दिवाकर सिंह, राधेश्याम मिश्रा, अनिल चौधरी, निसार अहमद, आफताब आलम, अमर सिंह रामप्रवेश शुक्ला, कर्णवीर यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

