डीएम-एसपी ने किया बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का नाव पर होकर किया दौरा
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पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश की वजह से अब उत्तर प्रदेश में कई नदियां उफान पर हैं। कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर गया है। हालांकि नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद संतकबीरनगर के मेंहदावल में राप्ती नदी खतरे के निशान को पार गई है। करमैनी-बेलौली बांध पर राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ज्यादा पानी आने की वजह से यहां के लोगों को चिंता सता रही है जिले में बहने वाली नदियां उफान पर हैं। बारिश के चलते नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। हालांकि जिले के मेहदावल तहसील क्षेत्र में बहने वाली राप्ती नदी का जल स्तर 16 सेंटीमीटर तथा धनघटा तहसील क्षेत्र में बहने वाली घाघरा नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान से करीब एक मीटर नीचे है लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ने से नदियों के किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है। तटबंध की मरम्मत पर लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी बंधे पर बने बड़े-बड़े रेन कट और और गड्ढे बांध की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि ड्रेनेज विभाग के जिम्मेदार अब गड्ढे भरने में जुटे हैं। वहीं, नेपाल द्वारा लगातार पानी छोड़े जाने से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जो ग्रामीणों के लिए चिंता का सबब बन गया है। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि नदियों का जलस्तर बढ़ने और तटबंधों पर बने रेन कट और गड्ढे से बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि बाढ़ से बचाव को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। नदियों के बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। बन्धों की निगरानी और मरम्मत का कार्य चल रहा है। बाढ़ चौकियों व राहत केंद्र को स्थापित कर दिया गया है। बाढ़ के हालात से निपटने और बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नावों के साथ सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।

