अधिकारियों के लिये दुधारू गाय बनी मनरेगा योजना
इज़हार शाह की रिपोर्ट
संतकबीरनगर। श्रमिकों को गांव में ही रोजगार की गारंटी देने वाली केन्द्र की मनरेगा योजना जिम्मेदारों के लिए दुधारू गाय साबित हो रही हैं। योजना में भ्रष्टाचार चरम पर है। रोज़गार गारंटी योजना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मस्टर रोल पर मजदूरों की फर्ज़ी हाज़िरी लगाकर प्रधान व रोजगार सेवक अपने खास लोगो के खाते में पैसा भेज रहे हैं।
ताज्जुब की बात यह है कि कई मामले सामने आने के बावजूद उच्च अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है योजना में भ्रष्टाचार को रोकने हेतु एमएमएस सिस्टम लागू किया गया हैं जिसमें साइड पर जो मनरेगा मजदूर काम करते हैं, उनकी मस्टर रोल में आनलाइन हाजिरी रोजगार सेवक या मेट द्वारा लगाने का नियम है।मजदूरों का काम करते हुए फोटोग्राफ्स भी अपलोड किया जाता है जो फोटो साफ सुथरी और ऊंचे स्थान से खड़े होकर खींचा गया हो जिसमें मजदूरों का चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई दे। जिन मजदूरों की हाजिरी मस्टर रोल में लगी हो, वही मजदूर फोटो में प्रदर्शित हो, ऐसा नियम बताया गया है। ग्राम प्रधान व मनरेगा स्टाफ की मिलीभगत से शासन के नियमों की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
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